राज्यसभा के सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर दलित समुदाय की भाजपा नेता इमरती देवी को लेकर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि ऐसे बयान महिलाओं और अनुसूचित जाति के खिलाफ कांग्रेस नेताओं की सोच दर्शाते हैं ।सिंधिया ने कहा कि महिलाओं और अनुसूचित जाति के विरुद्ध इनकी ( कांग्रेस नेताओं ) यही सोच और विचारधारा है , जबकि हमारे शास्त्रों में बताया गया है कि जहां नारियों का मान – सम्मान होता है , देवता वहीं विराजते हैं . सिंधिया के वफादार समर्थकों में गिनी जाने वाली इमरती देवी कांग्रेस के उन 22 विधायकों में से एक हैं , जिनके विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार 20 मार्च को गिर गई थी . इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौट आई थी .
इमरती देवी आसन्न विधानसभा उपचुनावों में ग्वालियर जिले की डबरा सीट से भाजपा की उम्मीदवार हैं . चुनावी सभा के बाद संवाददाताओं से बातचीत में सिंधिया ने आरोप लगाया कि राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह भी कांग्रेस नेता मीनाक्षी नटराजन के बारे में कुछ साल पहले अभद्र टिप्पणी कर चुके हैं और ऐसे बयान कांग्रेस की वास्तविकता हैं .सिंधिया के वफादार समर्थकों में गिनी जाने वाली इमरती देवी कांग्रेस के उन 22 विधायकों में से एक हैं , जिनके विधानसभा से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार 20 मार्च को गिर गई थी । इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौट आई थी । वहीं इमरती देवी आसन्न विधानसभा उपचुनावों में ग्वालियर जिले की डबरा सीट से भाजपा की उम्मीदवार हैं । चुनावी सभा के बाद सिंधिया ने आरोप लगाया कि राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह भी कांग्रेस नेता मीनाक्षी नटराजन के बारे में कुछ साल पहले अभद्र टिप्पणी कर चुके हैं और ” ऐसे बयान कांग्रेस की वास्तविकता हैं । ‘ वहीं इससे पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी कमलनाथ के बयान की निंदा की है । उन्होंने कहा है कि , ‘ ये केवल इमरती देवी का अपमान नहीं है सभी बेटियों बहनों का है । इमरती देवी का अपमान किया जाएगा और ठहाके लगाए जाऐगें । एमपी के एक बेटी का अपमान हुआ है । कांग्रेस की यही आदत है । सोनिया जी को माफी मांगनी होगी । अपमान के कारण महाभारत हो गया था । मैं कल प्राश्चित करूंगा कल मौन रहकर । भगवान सद्बुद्धि दे । ‘
