पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद से उत्तर भारत में ठंड बढ़ गई है। उत्तराखंड के चमोली और रुद्रप्रयाग में बारिश के साथ-साथ हिमपात हुआ है, जबकि हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति व मनाली में बर्फबारी से जनजीवन अस्तव्यवस्त हो गया है। पहाड़ों पर बर्फ और पश्चिमी विक्षोभ के कारण दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में तापमान गिर गया है।
राष्ट्रीय राजधानी में सुबह का तापमान 14 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है। यहां बादल छाये रहने का अनुमान है। साथ ही हल्की बौछारें भी पड़ सकती हैं।
फतेहगढ़ रहा सबसे ठंडा जिला
मौसम विभाग द्वारा सोमवार को जारी मौसम बुलेटिन के अनुसार रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का फतेहगढ़ जिला सबसे ठंडा रहा। यहां पर न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस रहा। हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, सौराष्ट्र और कच्छ में न्यूनतम तापमान सामान्य से डेढ़ से तीन डिग्री तक कम रहा।
पहाड़ों पर चमोली जिले में वर्षा और हिमपात से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। बदरीनाथ धाम सहित ऊंचाई वाले स्थानों पर जमकर हिमपात हो रहा है। वर्षा और हिमपात के चलते लोग घरों के अंदर दुबकने को मजबूर हो गये हैं।
रविवार देर रात्रि से जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात शुरू हो गया था। सोमवार सुबह से निचले स्थानों पर वर्षा हो रही है जिससे पूरे जिले में शीतलहर दौड़ गई है। वातावरण में ठंडक पैदा हो गयी है। लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं। चमोली जिले के बदरीनाथ, हेमकुंड, औली, गौरसौं, नीलकंड, त्रिशुली, आली बुग्याल आदि स्थानों पर जमकर बर्फबारी हो रही है और आधा इंच तक बर्फ जम भी गई है। वहीं बारिश एवं बर्फबारी के बीच विश्व प्रसिद्ध 11वें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट सोमवार को भैयादूज के अवसर पर सुबह 8.30 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।
हिमाचल में बर्फबारी
लाहौल-स्पीति व मनाली में हुई बर्फबारी के बाद किसानों बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं। कुल्लू में पहली ही बारिश के साथ ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो गई। रविवार को आसमान पर बादल छाए रहे व पूरी घाटी में ठंडक बढ़ गई थी लेकिन रात को निचले क्षेत्रों में बारिश शुरू हो गई।
मनाली में हुई बर्फबारी के बाद छोटे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रभावित हो गई है। केलांग, खोखसर, रोहतांग, कोठी, मढ़ी, सोलंग वैली सहित अन्य क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई है जोकि पर्यटन की दृष्टि से अच्छे संकेत हैं।
रघुनाथ मन्दिर में आज अन्नकूट उत्सव है वहीं छोटी जगती का आयोजन भी रघुनाथ मन्दिर में किया जा रहा है। कई देवी देवता रघुनाथ मन्दिर में पहुंच भी चुके हैं। इस समय बर्फबारी के होना देवी – देवताओं की शक्ति का प्रमाण भी माना जा रहा है। कुल्लू के साथ सटी खराहल व लगघाटी की पहाड़ियां बर्फ से ढक गई हैं। मणिकर्ण व जलोड़ी जोत में भी बर्फबारी हुई है। घाटी में हुई बर्फबारी के बाद निचले क्षेत्रों में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।
