पाकिस्तान की एक एंटी टेररिज्म कोर्ट ने आतंकी संगठन जमात – उद – दावा के मुखिया हाफिज सईद को अवैध फंडिंग मामले में 10 साल कैद की सजा सुनाई है । पाकिस्तानी मीडिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी । हाफिज सईद को पिछले साल 17 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था । हाफिज मुंबई में हुए आतंकी हमले का मुख्य आरोपी है । इसमें 166 लोगों की मौत हुई थी । सईद के साथ दो और आरोपियों प्रो . जफर इकबाल , और याह्या मुजाहिद को दो मामलों में पांच – पांच साल और दूसरे मामले में छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई है । उन पर 1,10,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है । सभी की चल – अचल संपत्ति जब्त कर ली गई है ।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार हाफिज को सजा सुनाने वाली अदालत के एक अधिकारी ने कहा कि लाहौर स्थित आतंकवाद रोधी अदालत ने गुरुवार को जमात उद दावा के सरगना हाफिज सईद सहित इसके चार नेताओं को दो और मामलों में सजा सुनाई । बता दें कि हाफिज सईद को संयुक्त राष्ट्र वैश्विक आतंकी घोषित कर चुका है । बता दें कि जमात – उद – दावा के प्रमुख हाफिज सईद को इस साल चौथी बार सजा सुनाई गई है । सईद इस समय लाहौर में एक और आतंकी वित्तपोषण के मामले में सजा काट रहा है । सईद पर आतंकी वित्तपोषण , धनशोधन ( मनी लॉन्ड्रिंग ) और अवैध रूप से जमीन पर कब्जा करने आदि से संबंधित करीब 29 मामले चल रहे हैं ।
अदालत ने हाफिज सईद को सजा सुनाने के साथ उसकी संपत्ति जब्त करने का निर्देश भी दिया है और 1.1 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है । सईद और उसके दो साथियों , जफर इकबाल और याहिया मुजाहिद को 10 10 साल कैद की सजा सुनाई गई है , जबकि उसके साले अब्दुल रहमान मक्की को छह महीने कैद की सजा सुनाई गई है । हाफिज सईद को पिछले साल 17 जुलाई को आतंकी वित्तपोषण के मामलों में गिरफ्तार किया गया था । इससे संबंधित दो मामलों में उसे इस साल फरवरी में 11 साल कैद की सजा सुनाई गई थी । फिलहाल वह लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद है । बता दें कि अमेरिका ने सईद के सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा है ।
हाफिज सईद के खिलाफ 41 केस दर्ज
इससे पहले फरवरी में भी हाफिज को लाहौर की एक अदालत ने टेरर फंडिंग के दो मामलों में दोषी करार दिया था । तब कोर्ट ने उसे 5 साल कैद की सजा सुनाई थी । सईद के खिलाफ आतंकी फंडिंग , मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध कब्जे के 41 मामले दर्ज हैं । हाफिज सईद लश्कर – ए – तैयबा का संस्थापक है । 11 सितंबर , 2001 में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के बाद अमेरिका ने इस संगठन को विदेशी आतंकी संगठन की लिस्ट में शामिल किया था । 2002 में पाकिस्तान की सरकार ने भी लश्कर पर पाबंदी लगा दी थी । उसके बाद हाफिज सईद ने नया संगठन जमात – उद – दावा बनाया था ।
