अंग्रेजों के बनाए दिल्ली यूनिवर्सिटी एक्ट ( Delhi University Act ) में बदलाव की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखा है । केजरीवाल के बताया कि आखिर कैसे दिल्ली यूनिवर्सिटी एक्ट नए कॉलेज खोलने में बाधा बन रहा है । केजरीवाल ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हर साल दिल्ली में 2.50 लाख बच्चे बारहवीं पास करते हैं , लेकिन 1.25 लाख बच्चों को ही दाखिला मिल पाता है । बाकी बच्चे दाखिले के लिए भटकते रहते हैं । दिल्ली में जो मौजूदा कॉलेज हैं उनमें सिर्फ 50 फीसदी बच्चों के लिए जगह है । ऐसे में बाकी बच्चे कैसे दाखिला पाएंगे । दिल्ली में इस समय बहुत सारे कॉलेज व विश्वविद्यालय खोलने की जरूरत है , जिससे सभी बच्चों को उच्च शिक्षा मिल सके ।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में इस समय बहुत सारे कॉलेज और यूनिवर्सिटी खोलने की जरूरत है , दिल्ली सरकार तैयार है । लेकिन हमारे सामने एक बहुत बड़ी कानूनी अड़चन आ रही है । 1922 में अंग्रेज़ों के बनाए ‘ दिल्ली यूनिवर्सिटी एक्ट ‘ के तहत दिल्ली में जो भी कॉलेज खुलेगा वो सिर्फ DU से एफिलिएट हो सकता हैकेंद्रीय शिक्षा मंत्री को इस संदर्भ में पत्र लिखे जाने की जानकारी देते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में पिछले 30 सालों में कोई नया कॉलेज नहीं खुला है । आज मैंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर इस कानून के सेक्शन 5 ( 2 ) को डिलीट करने की मांग की है । ताकि नए कॉलेज , यूनिवर्सिटी खुल सकें ।
