पश्चिम एशियाई देश अज़रबैजान और आरमीनिया के बीच जंग दूसरे हफ्ते भी जारी है। माना जा रहा है कि 2020 का यह युद्ध पिछले कई युद्धों की तुलना में बहुत अधिक विध्वंसक है। अज़रबैजान का दावा है कि आरमीनियाई सेना ने अब दूसरे शहर गैंजा पर रॉकेट हमले शुरू कर दिए हैं, जहां से रविवार को एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर भी मिली है।
पिछले एक सप्ताह से जारी इस जंग में अब तक नागोर्नो-काराबाख के दर्जनों आम नागरिक मारे जा चुके हैं और भारी संख्या में लोग घायल हुए हैं। नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र के मानवाधिकार संगठन अर्तक बेगलरियन ने दुनिया के तमाम देशों से इस जंग को रोकने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है। संगठन ने एक वीडियो जारी करके दावा किया है कि अज़रबाइजान की सेना ने राजधानी के रिहाइशी इलाकों पर हमला शुरू कर दिया है।
अज़रबाइजान का कहना है कि आरमीनियाई सेना ने रॉकेट से हमले किए हैं। वहीं आरमीनिया ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि उनकी सेना ने किसी भी रिहाईशी इलाके में हमला नहीं किया है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि आरमीनियाई सेना ने गैंजा शहर पर स्थित मिलिट्री बेस पर हमला किया था, लेकिन आम नागरिकों को क्षति न पहुंचे, इसके लिए हमला रोक दिया गया। संगठन का कहना है कि 1994 के बाद से यह सबसे अधिक विध्वंसक जंग है।
गौरतलब है कि अज़रबैजान के राष्ट्रपति ने शनिवार को कहा था कि उनकी सेनाओं ने एक शहर और कई गांवों पर कब्जा कर लिया है जबकि आरमीनियाई अधिकारियों ने कहा कि उनकी सेना ने विरोधी पक्ष को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस क्षेत्र में 27 सितंबर को दोनों देशों के बीच संघर्ष शुरू हुआ था जो अज़रबैजान के तहत आता है लेकिन इस पर स्थानीय आरमीनियाई सुरक्षा बलों का नियंत्रण है।
