करतारपुर गुरुद्वारे को खोलने का निर्णय ‘नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर’ (एनसीओसी) द्वारा शनिवार को लिया गया है .पाकिस्तान ने 22 सितंबर को सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 482वीं पुण्यतिथि से पहले टीके की दोनों डोज ले चुके सिख तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतारपुर जाने की अनुमति देने का फैसला किया है।
पाकिस्तान सरकार ने सिख समुदाय के लिए बड़ा फैसला किया है ।अब अगले महीने से कोरोनावायरस टीके की दोनों खुराक लेने वाले श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर आने की अनुमति देगा.हालांकि, इन तीर्थयात्रियों को सख्त कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना होगा। गुरु नानक देव की पुण्यतिथि के मौके पर 20 सितंबर से गुरुद्वारे में तीन दिवसीय अनुष्ठान होगा। 22 सितंबर, 1539 को करतारपुर में गुरु नानक का निधन हुआ था।डॉन अखबार की खबर के अनुसार, एनसीओसी की बैठक में निर्णय लिया गया जिसमें कोरोनावायरस के नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा।
कोरोनावायरस के नियमों का सख्ती से पालन
पाकिस्तान के डॉन अखबार की खबर के अनुसार, एनसीओसी की बैठक में निर्णय लिया गया जिसमें कोरोनावायरस के नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा।टीके की दोनों खुराक का सर्टिफिकेट औरआरटी पीसीआर पिछले 72 घंटों से अधिक की ना हो उस रिपोर्ट दिखाकर लोगों को पाकिस्तान में प्रवेश की अनुमति जाएगी. हवाई अड्डों पर रेपिड एंटीजेन जांच भी की जाएगी. इस प्रकिया के दौरान अगर कोई कोरोना वायरस से पाज़िटिव पाया जाता है तो उस यात्री को पाकिस्तान में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
300 लोगों को अनुमति
इन सब नियमो का कड़ाई का पालन करने के बाद एक साथ अधिकतम 300 लोगों को इकट्ठा होने की मंजूरी दी गई है.करतारपुर साहिब गुरुद्वारे की तीर्थयात्रा मार्च 2020 में कोरोना के प्रकोप के कारण निलंबित कर दिया गया था।
