भारतीय वायु सेना ‘समन्वय 2022’ नामक वार्षिक संयुक्त मानवीय और आपदा राहत अभ्यास (HADR) आयोजित करने के लिए तैयार है। आसियान देशों के साथ होने वाले इस वार्षिक संयुक्त मानवीय सहायता और आपदा राहत अभ्यास ‘समन्वय 2022’ का आयोजन वायु सेना स्टेशन आगरा में होगा। 28 नवंबर से शुरू होने वाले इस अभ्यास में आपदा प्रबंधन पर संगोष्ठी, स्थिर और फ्लाइंग डिस्प्ले, टेबल टॉप, बहु एजेंसी अभ्यास शामिल होंगे। इसमें एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस (आसियान) के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ देश भर के विभिन्न संगठनों के हितधारकों की भागीदारी इस अभ्यास को और भी खास बनाएगी।
भारतीय वायु सेना ने ट्वीट कर दी जानकारी
भारतीय वायु सेना ने इस अभ्यास के बारे में ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि आगरा में 28 से 30 नवंबर 22 तक वार्षिक संयुक्त मानवीय सहायता और आपदा राहत अभ्यास ‘समन्वय 2022’ का आयोजन करेगी। कुछ आसियान सदस्य देशों के प्रतिनिधि भी अभ्यास में भाग लेंगे। इस अहम अभ्यास के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अभ्यास के दौरान नियोजित क्षमता प्रदर्शन कार्यक्रमों के लिए मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
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आसियान देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल
वायु सेना के अनुसार इस अभ्यास में देश के विभिन्न हितधारकों के साथ आसियान देशों के प्रतिनिधियों की भी भागीदारी देखने को मिलेगी। वायु सेना स्टेशन आगरा में आयोजित होने वाला यह वार्षिक संयुक्त मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभ्यास ‘समन्वय’ 30 नवंबर तक चलेगा। संस्थागत आपदा प्रबंधन संरचनाओं और आकस्मिक उपायों का आकलन करने के उद्देश्य से अभ्यास में आपदा प्रबंधन पर एक संगोष्ठी, विभिन्न एचएडीआर उड़ान प्रदर्शन, ‘टेबल टॉप अभ्यास’ और ‘बहु एजेंसी अभ्यास’ शामिल होंगे। एचएडीआर के सफल आयोजन के लिए संचार, अंतर-संचालन और सहयोग से संस्थागत ढांचे के विकास में इस बहु-एजेंसी से योगदान की उम्मीद है।
आपदा प्रबंधन से जुड़ी गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
आपदा राहत से जुड़ी यह गतिविधि संस्थागत ढांचे के विकास को और बढ़ावा देगी और जमीन पर सभी HADR प्रक्रियाओं के प्रभावी संचार, सहयोग, अंतर और कार्यान्वयन जैसे कई कौशल सेटों को बढ़ाएगी। समन्वय 2022 आपदा प्रबंधन में शामिल विभिन्न राष्ट्रीय और क्षेत्रीय हितधारकों द्वारा HADR के प्रति एक सहक्रियाशील दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा। अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाले आसियान सदस्य देशों के साथ डोमेन ज्ञान, अनुभव और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करना है।
राष्ट्रीय और क्षेत्रीय एजेंसियों का बढ़ेगा प्रभाव
भारतीय सशस्त्र बलों के अलावा इस अभ्यास में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की भागीदारी भी देखी जाएगी। इस कार्यक्रम से आपदा प्रबंधन में शामिल विभिन्न राष्ट्रीय और क्षेत्रीय एजेंसियों के दृष्टिकोण को बढ़ावा मिलेगा। अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाले आसियान सदस्य देशों के साथ डोमेन ज्ञान, अनुभव और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करना है।
