विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आज कोलंबो में 18वीं बिम्सटेक मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लिया। अपने संबोधन में, डॉ जयशंकर ने सहयोग के क्षेत्रों, विशेष रूप से कनेक्टिविटी, ऊर्जा और समुद्री सहयोग को तेज और विस्तारित करने के लिए समूह की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने इसके लिए सक्रिय व्यापार सहयोग और आम परियोजनाओं को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया।
विदेश मंत्री ने कहा, बंदरगाह सुविधाओं, नौका सेवाओं, तटीय नौवहन, ग्रिड कनेक्टिविटी और मोटर वाहनों की आवाजाही पर सहयोग प्रमुख हैं। उन्होंने कहा, बिम्सटेक राष्ट्रों को सामूहिक रूप से आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद, अंतरराष्ट्रीय अपराध, साइबर हमले और नार्को-तस्करी का भी मुकाबला करना चाहिए। डॉ जयशंकर ने कहा, वह कल शिखर सम्मेलन में बिम्सटेक चार्टर और मास्टर प्लान को अपनाने के लिए उत्सुक हैं।
