भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) ने वित्त वर्ष 2022 के दौरान 18.733 मिलियन टन हॉट मेटल और 17.37 मिलियन टन कच्चे इस्पात का उत्पादन किया, जो अब तक का सर्वाधिक है । बुधवार को नई दिल्ली में कंपनी के मुख्यालय में अपनी 50वीं वार्षिक आम बैठक आयोजित की। इसमें सेल की अध्यक्ष सोमा मंडल ने वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम शेयरधारकों को संबोधित किया।
सोमा मंडल ने बताया सेल ने वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 18.733 मिलियन टन (एमटी) हॉट मेटल और 17.366 एमटी कच्चे इस्पात का उत्पादन किया, जो अब तक का सर्वाधिक है। कंपनी ने पहली बार एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार वाली भारतीय कंपनियों के शीर्ष समूह में में प्रवेश किया। कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 1.03 लाख करोड़ रुपए का कारोबार किया है, यह पिछले वित्त वर्ष (2020-21) के दौरान किए गए 68452 करोड रुपए के कारोबार की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक है।
पिछले तीन वर्षों के कारोबार में लगातार वृद्धि के साथ ‘सेल’ एक लाख करोड़ रुपए से अधिक कारोबार वाली भारतीय कंपनियों के शीर्ष समूह में शामिल हो गई है।
वित्त वर्ष 2021 -22 के दौरान
• बेहतरीन ऑपरेशनल परफ़ार्मेंस के कारण वित्तीय प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार
• प्रचालन से अब तक का सर्वाधिक 1,03,473 करोड़ रुपये का कारोबार
• 22,364 करोड़ रुपये का EBITDA, कर-पूर्व लाभ (पीबीटी) 16,039 करोड़ रुपए और कर पश्चात लाभ (पीएटी) 12,015 करोड़ रुपए
• उधारी कम करने का अभियान जारी है। 31.03.2022 की तारीख में उधारी 13,400 करोड़ रुपये से नीचे आ गई।
सेल ने राष्ट्रीय महत्व की विभिन्न परियोजनाओं जैसे सेंट्रल विस्टा दिल्ली, मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल, दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस, पोलावरम सिंचाई परियोजना, कालेश्वरम सिंचाई परियोजना, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, देश भर में कई मेट्रो रेल परियोजनाओं आदि के लिए स्टील की आपूर्ति की है।
सेल ने 1.3 लाख टन से अधिक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की, मुख्य रूप से COVID-19 की दूसरी लहर के दौरान। सेल संयंत्रों ने अलग जंबो कोविड केयर फेसिलिटीज़ की स्थापना की, जिससे COVID 19 डेडीकेटेड बेड्स की संख्या बढ़ी।
आने वाले समय में, सेल वैश्विक मानकों को पूरा करने के लिए कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए कई और कार्य करेगा ।
सेल ने वर्ष 2022 को देश के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष बताया है। आजादी के 75 गौरवशाली वर्षों में सेल का देश की तरक्की में महत्वपूर्ण योगदान दिया है । आधुनिक भारत की यात्रा में इसने एक असाधारण मील का पत्थर के रूप में निरूपित किया है। सेल ने वर्ष 2030 तक स्टील उत्पादन के क्षेत्र में दुनिया की अग्रणी कंपनी बनने का प्लान तैयार कर लिया है । इस प्लान पर बोकारो दुर्गापुर और वर्णपुर में काम चल रहा है।