लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को कहा कि नए संसद भवन का शिलान्यास 10 दिसंबर को 1 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भूमिपूजन के साथ किया जाएगा । उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर हम नए संसद भवन में दोनों सदनों का सत्र शुरू करेंगे । ओम बिरला ने कहा कि इस भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की क्षमता होगी , जबकि राज्यसभा कक्ष में 384 सदस्य बैठ सकेंगे ।
लोकसभा अध्यक्ष के अनुसार , संसद की नई इमारत भूकंप रोधी क्षमता वाली होगी और इसके निर्माण में 2000 लोग सीधे तौर पर शामिल होंगे तथा 9000 लोगों की परोक्ष भागीदारी होगी । उन्होंने बताया कि नए संसद भवन में 1224 सांसद एकसाथ बैठ सकेंगे और मौजूदा श्रम शक्ति भवन ( संसद भवन के निकट ) के स्थान पर दोनों सदनों के सांसदों के लिए कार्यालय परिसर का निर्माण कराया जाएगा । बिरला ने कहा कि संसद के वर्तमान भवन को देश की पुरातात्त्विक संपत्ति के तौर पर संरक्षित रखा जाएगा । उन्होंने कहा कि नए भवन के निर्माण की आधारशिला संबंधी कार्यक्रम के लिए सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया जाएगा । कुछ लोग मौके पर मौजूद होंगे तथा अन्य लोग डिजिटल माध्यम शामिल होंगे । इस कार्यक्रम में कोरोना वायरस से संबंधित सभी दिशा – निर्देशों का पालन होगा ।
ओम बिड़ला ने आगे बताया , ‘ लोकसभा और 326 राज्य सभा की अनुमानित सीटें होगी .971 करोड़ की लागत में नया संसद भवन बनकर तैयार होगा . सभी सांसदों का अलग ऑफिस होगा जो श्रम शक्ति भवन के स्थान पर बनेगा.जितनी ऊंचाई अभी पुराने संसद भवन की है , उतनी ही ऊंचाई नए संसद भवन की होगी . उन्होंने आगे कहा कि कोविड को देखते हुए , हम सभी राजनीतिक दलों को फीजिकल या वर्चुअल जोड़ने का प्रयास किया जाएगा .
