एक तरफ जहां किसान सरकार के बिल के खिलाफ नजर आ रहे हैं,तो वहीं सरकार उन्हें मनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है जिसके लिए सरकार ने कुल 6 रवि की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP)रव की फसलों का बढ़ा दिया है, जिसमें गेहूं के समर्थन मूल्य में 50/प्रति क्विंटल बढ़ोतरी किया गया है। सरकार ने यह फैसला आज कैबिनेट की बैठक में लिया है।
सरकार हर फसल सीजन से पहले CACP यानी कमीशन फॉर एग्रीकल्चर कॉस्ट एंड प्राइसेज की सिफारिश पर MSP तय करती है । यदि किसी फसल की बंपर पैदावार हुई है तो उसकी बाजार में कीमतें कम होती हैं , तब MSP किसानों के लिए फिक्स एश्योर्ड प्राइज का काम करती है ।
न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या होता है
न्यूनतम समर्थन मूल्य वह गारंटेड मूल्य है जो किसानों को उनकी फसल पर मिलता है । भले ही बाजार में उस फसल की कीमतें कम हों । इसके पीछे तर्क यह है कि बाजार में फसलों की कीमतों में होने वाले उतार – चढ़ाव का किसानों पर असर न पड़े । उन्हें न्यूनतम कीमत मिलती रहे ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा
किसानों के कल्याण के लिए कार्य करना हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है। अन्नदाताओं के हित में काम करने की हमारी प्राथमिकताओं के अनुरूप कैबिनेट ने एमएसपी बढ़ाने का एक और ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इससे करोड़ों किसान लाभान्वित होंगे। अधिक एमएसपी जहां किसानों को सशक्त करेगी, वहीं उनकी आय दोगुनी करने में भी मदद करेगी। कृषि सुधारों को संसद की मंजूरी के साथ बढ़ी हुई एमएसपी से अन्नदाताओं की गरिमा और समृद्धि सुनिश्चित होगी। जय किसान।
