राजस्थान के सियासी घमासान के 34 दिन बाद सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक साथ नजर आए। दोनों ने विधायक दल की मीटिंग से पहले एक दूसरे से मुलाकात की। इस दौरान केसी वेणुगोपाल भी सीएम हाउस में मौजूद रहे। तीन दिन पहले ही पायलट की कांग्रेस से सुलह हुई और मंगलवार को वे और उनके 18 विधायक बाड़ेबंदी से निकलकर जयपुर लौट आए।
वही कांग्रेस ने पायलट खेमे के भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह का निलंबन वापस ले लिया है। हॉर्स ट्रेडिंग में शामिल होने के आरोपों की वजह से दोनों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई थी।
गहलोत ने ट्वीट किया सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी के नेतृत्व में डेमोक्रेसी को बचाने की है, पिछले एक माह में कांग्रेस पार्टी में आपस में जो भी नाइत्तेफाकी हुई है। उसे देश, प्रदेश और लोकतंत्र के हित में, फॉरगेट एंड फॉरगिव, आपस में भूलो, माफ करो और आगे बढ़ों की भावना के साथ डेमोक्रेसी को बचाने की लड़ाई में लगना है।
विधायक दल की मीटिंग में शामिल होने के लिए गहलोत गुट के विधायक फेयरमोंट होटल से रवाना होकर शाम 5 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे।जिसमे शुक्रवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र की स्ट्रैटजी पर चर्चा की जाएगी बैठक से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में फेयरमोंट होटल में कांग्रेस नेताओं का मंथन हुआ था।
सोर्स – दैनिक भास्कर
