डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह और चार अन्य को 2002 के रंजीत सिंह डेरा सिरसा प्रबंधक हत्याकांड में दोषी ठहराए जाने के बाद कल इन सभी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। चार अन्य दोषियों में कृष्ण लाल, जसबीर सिंह, अवतार सिंह और सबदिल हैं। मामले के छठे आरोपी की एक साल पहले मौत हो गई थी।हरियाणा के पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश सुशील कुमार गर्ग ने गुरमीत को धारा 302 के तहत 30 लाख रुपये और धारा 506 के तहत एक लाख रुपये का जुर्माना भी सुनाया. अदालत ने अन्य चार सह आरोपियों पर आजीवन कारावास के अलावा जुर्माना भी लगाया।
इस रकम का 50 फीसदी हिस्सा रंजीत सिंह के परिवार को जाएगा.इस महीने की शुरुआत में हरियाणा के पंचकुला में सीबीआई की विशेष अदालत ने सभी पांचों को दोषी पाया था।
गुरमीत सिंह, जो दो अनुयायियों के बलात्कार के लिए 2017 की सजा के बाद से रोहतक जिले की सुनारिया जेल में बंद है,वो वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश हुए ; बाकी अन्य कोर्ट में मौजूद थे।
आपको बता दें कि रंजीत सिंह, जो प्रबंधक और संप्रदाय के अनुयायी भी थे, की 2002 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।पत्रकार राम चंदर छत्रपति की हत्या के मामले में गुरमीत सिंह को 2017 में 20 साल की सजा के अलावा एक और उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
