भारत के पूर्व स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी की एक कविता है “क्या हार में, क्या जीत में,किंचित नही भयभीत मैं.
कर्तव्य पथ पर जो भी मिला, यह भी सही वो भी सही.
वरदान नही मांगूंगा, हो कुछ पर हार नही मानूंगा.”ऐसा ही कुछ आज इस देश की बेटियों ने किया है जो कभी भूला नहीं जा सकता।
ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ एक रोमांचक मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम कांस्य पदक मैच में 3-4 से हार गई।Tokyo2020 में शानदार प्रदर्शन के साथ टीम ने पहले ही भारत को गौरवान्वित कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि हम अपनी महिला हॉकी टीम के Tokyo2020 में शानदार प्रदर्शन को हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। टीम के प्रत्येक सदस्य को उल्लेखनीय साहस, कौशल और लचीलापन का आशीर्वाद प्राप्त है। भारत को इस शानदार टीम पर गर्व है।हम महिला हॉकी में एक पदक से बहुत कम चूक गए लेकिन यह टीम न्यू इंडिया की भावना को दर्शाती है- जहां हम अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं और नए मोर्चे बनाते हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि Tokyo2020 में उनकी सफलता भारत की युवा बेटियों को हॉकी को अपनाने और इसमें उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी। इस टीम पर गर्व है।
