भारतीय तेल कंपनियों की वर्तमान क्षमता आत्मनिर्भर है और वे पेट्रोल, डीजल और अन्य पेट्रोलियम उत्पादों की भविष्य की मांग को पूरा करने के लिए भी पूरी तरह से तैयार हैं। लोकसभा को इसकी जानकारी देते हुए, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि देश की 249.2 एमएमटी प्रति वर्ष की शोधन क्षमता 214 एमएमटी की प्रमुख पेट्रोलियम उत्पादों की वर्तमान मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
मंत्री ने कहा, उनके मंत्रालय ने तेल के उत्पादन को और बढ़ाने के लिए पिछले कुछ वर्षों के दौरान कई नीतियां बनाई हैं और कई कदम उठाए हैं। पुरी ने कहा कि सभी रिफाइनरियों को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और गृह मंत्रालय द्वारा महत्वपूर्ण स्थानों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। मंत्री ने कहा कि तदनुसार युद्ध, प्राकृतिक आपदा और आतंकवादी खतरे जैसी परिस्थितियों के खिलाफ इन महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की रक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठाए गए हैं।
