भारतीय रेलवे ने चक्रवाती तूफान ‘यास’ और विपरीत मौसम को मात देते हुए ऑक्सीजन की ढुलाई को न केवल जारी रखा है बल्कि इसकी गति तेज कर दी है। रेलवे अब तक 15 राज्यों में लगभग 17,945 मीट्रिक टन चिकित्सा उपयोग के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति कर चुकी है। इसमें पूर्वी राज्यों से 12 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों पर 969 एमटी ऑक्सीजन की ढुलाई भी शामिल है।
भारतीय रेलवे सभी बाधाओं को पार करते हुए तथा नए समाधान निकाल कर देश के विभिन्न राज्यों में तरल मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) पहुंचाना जारी रखे हुए है। इसी के तहत रेलवे की 272 ऑक्सीजन एक्सप्रेस अब तक देश के 15 राज्यों को 1080 टैंकरों में लगभग 17,945 मीट्रिक टन चिकित्सा उपयोग के लिए तरल मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की आपूर्ति कर चुकी हैं।
तूफान की चुनौतियों के बीच 12 ऑक्सीजन एक्सप्रेस हुई रवाना
बीती देर रात 969 मीट्रिक टन एलएमओ के साथ 12 ऑक्सीजन एक्सप्रेस गाड़ियों ने चक्रवात प्रभावित पूर्वी राज्यों से अपनी यात्रा शुरू की और राष्ट्र को राहत देने के लिए कठिन मौसम को हराया। इन 12 ऑक्सीजन एक्सप्रेस में तमिलनाडु के लिए 3 ट्रेनें, आंध्र प्रदेश के लिए 4 ट्रेनें और दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, असम और केरल के लिए 1-1 ट्रेनें शामिल हैं।
ऑक्सीजन पाने वाला झारखंड देश का 15 वां राज्य
झारखंड में पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंचने के साथ ही रेलवे की ऑक्सीजन एक्सप्रेसों के माध्यम से ऑक्सीजन पाने वाल झारखंड 15वां राज्य बन गया है। दक्षिण भारत में कर्नाटक और तमिलनाडु के बाद तेलंगाना में ऑक्सीजन एक्सप्रेस द्वारा तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति का आंकड़ा 1000 मीट्रिक टन से ऊपर पहुंच गया है।
इन राज्यों में पहुंचा मेडिकल ऑक्सीजन
रेल मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में 614 मीट्रिक टन ऑक्सीजन, उत्तर प्रदेश में लगभग 3731 मीट्रिक टन, मध्य प्रदेश में 633 मीट्रिक टन, दिल्ली में 4910 मीट्रिक टन, हरियाणा में 1911 मीट्रिक टन, राजस्थान में 98 मीट्रिक टन, कर्नाटक में 1653 मीट्रिक टन, उत्तराखंड में 320 मीट्रिक टन, तमिलनाडु में 1158 मीट्रिक टन, आंध्र प्रदेश में 929 मीट्रिक टन, पंजाब में 225 मीट्रिक टन, केरल में 246 मीट्रिक टन, तेलंगाना में 1312 मीट्रिक टन, झारखंड में 38 मीट्रिक टन और असम में 160 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई।
गौरतलब हो कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस की शुरुआत 32 दिन पहले 24 अप्रैल को हुई थी और पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस 126 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के साथ महाराष्ट्र पहुंची थी। ऑक्सीजन सहायता तेज गति से पहुंचाने के लिए रेलवे ऑक्सीजन एक्सप्रेस माल गाड़ी चलाने में नए और बेमिसाल मानक स्थापित कर रहा है।
इससे पहले ताउते चक्रवाती तूफान के आने पर भी रेलवे ने ऑक्सीजन सप्लाई की अपनी सेवाएं जारी रखी थी।
