कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति ने देश में कुछ शर्तों के साथ रुसी कोरोना वैक्सीन ‘स्पूतनिक-वी’ के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने की सिफारिश की है। हालांकि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) की मंजूरी मिलने के बाद इसपर अंतिम निर्णय भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को लेना है। जिसके बाद ही देश में इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। सोमवार को हुई सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की बैठक में ‘स्पूतनिक-वी’ के ट्रायल के आंकड़ों की रिपोर्ट पर विभाग द्वारा समीक्षा की गई। जिसके बाद इस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की सिफारिश की गई है।
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अगर इस टीके के इस्तेमाल की मंजूरी मिल जाती है, तब देश में कोरोना के तीन टीके उपलब्ध हो जायेंगे। फिलहाल, देश में एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार कोविशील्ड और भारत बायोटेक-आईसीएमआर के को-वैक्सीन को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है और इनकी 10 करोड़ से अधिक खुराक लोगों को दी जा चुकी है। इस वैक्सीन को मंजूरी देने की सिफारिश ऐसे समय में की गई है, जब देश में अब तक के सर्वाधिक 1,68,912 मामले सामने आए हैं।
बाकी दोनों वैक्सीन से कैसे अलग है स्पुतनिक-वी
स्पुतनिक-V शरीर में कोरोनोवायरस स्पाइक प्रोटीन का एक छोटा सा हिस्सा पहुंचाने के लिए कोल्ड-टाइप वायरस का उपयोग करता है, जिससे यह वैक्सीन इस वायरस के प्रति प्रतिरक्षा को विकसित करने में मदद करता है। यह वैक्सीन ऑक्सफोर्ड / एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन की तरह ही काम करती है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है स्पुतनिक-V दो खुराक में दो अलग-अलग वैक्टर का उपयोग करता है। यही दोनों वैक्टर कोरोना वायरस का सामना करने के लिए प्रतिरक्षक क्षमता को मजबूत बनाते हैं। इस वैक्सीन को भंडारण के लिए 2-8 डिग्री सेल्सियस तामपान की आवश्यकता होती है।
91.6 फीसदी प्रभावी है स्पुतनिक-V
हैदराबाद आधारित दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने पिछले सप्ताह भारत सरकार से इस वैक्सीन के लिए मंजूरी मांगी थी। यह वैक्सीन 91.6 फीसदी प्रभावी है और फिलहाल इसका यूएई, भारत, वेनेजुएला और बेलारूस में फेज-3 क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। इस वैक्सीन के निर्माण के लिए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) और हैदराबाद स्थित विरचो बायोटेक ने 20 करोड़ खुराक का उत्पादन करने के लिए एक समझौता किया है। स्पुतनिक-V भारत को वैक्सीन की कुल 8.5 करोड़ डोज मुहैया कराएगा, ऐसे में यह माना जा रहा है कि इस वैक्सीन को अनुमति मिलने के बाद भारत में कोविड-19 से लड़ाई को बड़े स्तर पर बढ़ावा मिलेगा।
देश में मनाया जा रहा टीका उत्सव
गौरतलब है कि देश में बीते रविवार 11 अप्रैल से ‘टीका उत्सव’ की शुरुआत हुई है। यह टीका उत्सव 14 अप्रैल तक चलेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार रविवार शाम तक 27 लाख से ज्यादा लोगों को कोविड-19 के टीके की खुराक दी गई हैं। इसके बाद देश में अब तक टीके की 10,43,65,035 खुराक दी जा चुकी है। इससे पूर्व देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर पीएम मोदी ने हाल ही में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वार्ता की थी।