पंजाब सरकार गेहूं की खरीददारी कर रही न्यूनतम समर्थन मूल्य की मंडियों को आज से चरणबद्ध तरीके से बंद करने जा रही है । किसानों से MSP पर गेहूं की खरीददारी करने के मामले में इस समय पंजाब सबसे अग्रणी श्रेणी में है । आंकड़ों के अनुसार सबसे अधिक गेहूं की खरीददारी करने वाले 11 राज्यों के सूची में अकेले MSP की खरीददारी में 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी शामिल हैं। मंडियों को बंद करने की जानकारी पंजाब के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री लाल चंद कटारुचक ने मंगलवार को दिया था।
लाल चंद कटारुचक ने अपने बयान में कहा था कि , पंजाब में MSP पर किसानों से गेहूं की खरीददारी कर रही मंडियों को 5 मई से चरणबद्ध तरीके से बंद किया जाएगा जिसके अनुसार आज राज्य की कुल मंडियों पर ताला जड़ दिया जाएगा ।जिसके बाद राज्य की अन्य मंडियो को धीरे धीरे बंद करना शुरू किया जाएगा। मंत्री ने कहा था कि मंडियों को बंद करने की अधिसूचना मंडी बोर्ड की तरफ से जारी किया जाएगा।बताया जा रहा है कि मंडियों में गेहूं कम मात्रा में अब आ रहे हैं जिसको देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने इस महीने भर की खरीददारी के लिए किसानों , आढ़तियों ,मंडी मजदूरों , ट्रांसपोर्टरों और सरकारी अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया जिसके चलते यह पूरी खरीददारी की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सकी।
सबसे अधिक गेहूं पंजाब में खरीददारी हुई
सोमवार को उपभोक्ता कार्य , खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने देशभर के 11 प्रदेशों द्वारा एक म ई तक MSP के मूल्य पर गेहूं की खरीददारी का आंकड़ा पेश किया ,जिसके अनुसार अभी तक इन राज्यों में में कुल 161.95 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीददारी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी गई है जिसमें पंजाब ने 89,105,62 मीट्रिक टन गेहूं अकेले ख़रीदीं है जिसका कुल हिस्सा 50 प्रतिशत से अधिक है।
