केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि उत्तराखंड में भारी वर्षा की समय पर चेतावनी के कारण कम से कम नुकसान हुआ और समय पर बचाव और राहत कार्रवाई की गई। गृहमंत्री ने आज राज्य के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दो घंटे तक हवाई सर्वेक्षण किया। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उनके साथ थे। गृहमंत्री ने नैनीताल, उधमसिंह नगर, अल्मोडा, चम्पावत और पिथौरागढ जिलों मे भारी वर्षा से हुए नुकसान का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने राज्य जॉली ग्रांट एयरपोर्ट स्थित राज्य अतिथिग्रह में अधिकारियों के साथ बैठक भी की। बैठक में मुख्यमंत्री, आपदा प्रबंधन मंत्री धनसिंह रावत, पर्यटनमंत्री सत्पाल महाराज और सभी उच्च अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग ने भारी वर्षा से हुए नुकसान की प्राथमिक रिपोर्ट भी पेश की। बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में गृहमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और राहत तथा बचाव दल सहित समस्त प्रशासनीक मशीनरी ने इस कार्य में भरपूर योगदान किया। तीन हजार पांच सौ से अधिक लोगों को बचाया गया। उन्होंने कहा कि राहत शिविरों में सभी आवश्यक प्रबंधन किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ महीने पहले आपदा प्रबंधन के सिलसिले में राज्य सरकार को दो सौ पचास करोड रुपए दिए गए थे। इससे आपदा से निपटने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
