भारतीय रेलवे ने महामारी के बीच सामान्य लोगों (गैर-रेलकर्मियों) को राहत देते हुए कोरोना जांच और उसके उपचार के दौरान अस्पताल में भोजन के लिए दिए जाने वाले शुल्क को माफ कर दिया है। इन प्रमुख चिकित्सा शुल्कों को माफ करने का उद्देश्य स्वास्थ्य देखभाल को सभी के लिए सुलभ बनाना है।
रेलवे कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों का टेस्ट और खाना निशुल्क
रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में सभी महाप्रबंधकों को पत्र भेजकर सूचित किया है कि बोर्ड ने यह तय किया गया है कि शिविरों में गैर-रेलवे कर्मियों के आरटीपीसीआर या आरऐटी परीक्षण खर्च को माफ कर दिया जाए। इसके अलावा कोविड के चलते अस्पताल में भर्ती होने के दौरान मुहैया कराये गए भोजन के लिए लगने वाले शुल्क को माफ कर दिया जाए।
रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय रेलवे ने गैर रेलवे रोगियों के लिए कोविड से संबंधित अस्पताल में भर्ती के दौरान कोविड के परीक्षण और आहार की आपूर्ति के लिए शुल्क माफ कर दिया है। भारत सरकार के सभी मंत्रालय और विभाग कोविड-19 महामारी संक्रमण के प्रसार को रोकने और लड़ने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
(इनपुट-हिन्दुस्थान समाचार)
