अचानक से बढ़े कोरोना मामलों के चलते देश में कुछ जगह ऑक्सीजन की कमी हो गयी थी। इससे निपटने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इस क्रम में केंद्र सरकार ने 10 मीट्रिक टन और 20 मीट्रिक टन क्षमता के 20 क्रायोजेनिक टैंकर आयात किये हैं। देश में ऑक्सीजन टैंकरों की कमी दूर करने के लिए इन टैंकर को विभिन्न राज्यों को आवंटित किया जा चुका है।
किन-किन राज्य को दिए गए टैंकर
ऑक्सीजन का परिवहन बढ़ाने के लिए यह क्रायोजेनिक आईएसओ कंटेनर आयात किये गये हैं। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग से परामर्श के बाद, इन्हें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और गुजरात के आपूर्तिकर्ताओं को आवंटित किया है। 20 टन की क्षमता वाले 2-2 टैंकरों को मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश को दिया गया है। साथ ही साथ 10 टन की क्षमता वाले 6 टैंकरों में से 4 टैंकरों को राजस्थान को और 2 टैंकरों को उत्तर प्रदेश को दिया गया है। ये सभी टैंकर राज्यों को बीते दिन यानी कि 26 अप्रैल को दिए जा चुके हैं। इसके अलावा यूपी को आज 10 टन की क्षमता वाला एक, दिल्ली को 3 और गुजरात को 2 टैंकर आज दिए गये हैं।
बता दें, 20 टन की क्षमता वाले शेष बचे 4 टैंकरों में 2 गुजरात और 2 दिल्ली को आगामी 30 अप्रैल को दिए जाने हैं।
कई देशों ने मदद का हाथ बढ़ाया
ब्रिटेन से चिकित्सा सहायता की पहली खेप आज भारत पहुंची। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस खेप में सौ वेंटिलेटर और 95 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर शामिल हैं। अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इजराइल और यूरोपीय संघ सहित कई राष्ट्रों ने कोविड महामारी से निपटने के लिए भारत को सहायता का वादा किया है। इन देशों ने कहा कि वे भारत को ऑक्सीजन, नैदानिक परीक्षण, वेंटिलेटर और सुरक्षा कवच उपलब्ध करायेंगे।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार को एक एक ट्वीट में कहा था कि महामारी की शुरुआत में जब हमारे अस्पताल भरे थे और उस समय जिस तरह भारत ने अमेरिका को मदद भेजी थी, ठीक उसी तरह हम भी आवश्यकता की घड़ी में भारत की मदद करने के लिए कटिबद्ध हैं।
हर संभव तरीके से सरकार पहुंचा रही है ऑक्सीजन
देश में अचानक से कोरोना संक्रमण के मामलों में हुई बेहताशा बढ़ोतरी के चलते कई जगह मेडिकल आक्सिजन की कमी हो गई। इस कमी को दूर करने के लिए केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में भारतीय रेल ने मिशन ऑक्सीजन के तहत ऑक्सीजन एक्सप्रेस शुरू की हैं। ऑक्सीजन एक्सप्रेस देश के कोने-कोने में ऑक्सीजन पहुंचा रही है। इसके अलावा सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि ऑक्सीजन का सिर्फ और सिर्फ चिकित्सीय प्रयोग ही किया जाए। साथ ही सरकार ने उद्योगों के लिए ऑक्सीजन के उपयोग पर रोक लगा दी है।
भारतीय रेल के अलावा भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना भी मिशन ऑक्सीजन के तहत देश के कोने-कोने में ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहे हैं। साथ ही रेलवे ने हजारों कोचों को कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर कोरोना से लड़ाई में देश को मजबूती दी है।