‘मेड इन इंडिया’ के तहत तैयार किये गए तीन ‘ग्रीन हेलीकॉप्टर’ सोमवार को नौसेना के बेड़े में औपचारिक रूप से शामिल कर लिए गए। ये तीनों ‘ध्रुव’ एडवांस्ड लाइट मार्क-III हेलीकॉप्टर अब भारत की तटीय सुरक्षा को और अधिक मजबूती प्रदान करेंगे।
बताना चाहेंगे कि नौसेना में इन तीन हेलीकॉप्टर को शामिल करने के लिए भारतीय नौसेना की एयर स्क्वाड्रन आईएनएस हंसा पर कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस दौरान पश्चिमी नौसेना कमान के कमांडर-इन-चीफ वाइस एडमिरल हरी कुमार व रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक की मौजूदगी में यह कार्य सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर राज्य मंत्री नाइक ने कहा, “सभी हेलीकॉप्टर मिल जाने पर भारत की तटीय सुरक्षा और मजबूत होगी।”
‘ध्रुव’ एडवांस्ड लाइट मार्क-III हेलीकॉप्टरों से भारत की तटीय सुरक्षा और होगी मजबूत
मुंबई पर आतंकी हमला होने के 9 साल बाद मार्च, 2017 में हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ लगभग 5,126 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर करके मार्क-III के 16 हेलीकॉप्टरों का ऑर्डर दिया गया था। हरे रंग के इन हेलीकॉप्टरों में तटीय सुरक्षा की जरूरतों के लिहाज से 19 तरह के बदलाव किये गए हैं। स्वदेश निर्मित ‘ध्रुव’ एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टरों ने परीक्षण के दौरान 3 लाख घंटे की उड़ान भरकर बहुमुखी कार्यों में अपनी सूक्ष्मता को साबित किया है। अनुबंध के तहत पांच साल के भीतर 16 एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टरों (फिक्स्ड व्हील) की आपूर्ति नौसेना और इंडियन कोस्ट गार्ड को की जानी थी।
एचएएल को ऑर्डर किये गए 16 हेलीकॉप्टर
एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर माधवन ने एयरो इंडिया के आखिरी दिन 05 फरवरी, 2021 को पांच हेलीकॉप्टरों का पहला बैच नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह को सौंपा था। इसमें 02 हेलीकॉप्टर इंडियन कोस्ट गार्ड पहले ही अपने बेड़े में शामिल कर चुकी है। समारोह में रक्षा राज्य मंत्री नाइक ने कहा कि भारतीय नौसेना की एयर स्क्वाड्रन 323 समुद्री सुरक्षा बढ़ाने और राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा करने के प्रयासों में मील का पत्थर साबित हुई है। यह स्क्वाड्रन तीन अत्याधुनिक एएलएच एमके-III का संचालन करेगी। इन ग्रीन हेलीकॉप्टरों का उपयोग खोज और बचाव, विशेष संचालन और तटीय निगरानी के लिए किया जाएगा। एचएएल को ऑर्डर किये गए 16 हेलीकॉप्टर चरणबद्ध तरीके से भारतीय नौसेना और इंडियन कोस्ट गार्ड को मिल रहे हैं।
(इनपुट-हिन्दुस्थान समाचार)