प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी रविवार के दिन प्रबुद्ध भारत के 125 वें वार्षिकोत्सव समारोह को संबोधित करेंगे . प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक , आज दोपहर सवा तीन बजे पीएम मोदी इस समारोह को संबोधित करेंगे . ‘ प्रबुद्ध भारत ‘ पत्रिका भारत के प्राचीन आध्यामिक ज्ञान के संदेश को प्रसारित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम रही है . इसका प्रकाशन रामकृष्ण मिशन करता है . प्रबुद्ध भारत की शुरुआत साल 1896 में स्वामी विवेकानंद ने की थी . ये पत्रिका भारत के प्राचीन आध्यात्मिक परंपरा का संदेश देने का महत्वपूर्ण माध्यम है . आइए जानते हैं इस पत्रिका से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें .
प्रबुद्ध भारत पत्रिका ने आजादी के आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी . ब्रिटिश भारत में इसके जरिए आधायात्मिक क्षेत्र में हलचल हुई जिसका असर स्वतंत्रता आंदोलन पर भी पड़ा था . प्रबुद्ध भारत पत्रिका ने आजादी के आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी . ब्रिटिश भारत में इसके जरिए आधायात्मिक क्षेत्र में हलचल हुई जिसका असर स्वतंत्रता आंदोलन पर भी पड़ा था .
इसके प्रकाशन की शुरुआत चेन्नई ( तत्कालीन मद्रास ) से हुई थी . बाद में इसे अल्मोड़ा से प्रकाशित किया गया . साल 1899 के अप्रैल में इसका प्रकाशन उत्तराखंड के अद्वैत आश्रम स्थानांतरित कर दिया गया और तब से यह लगातार छप रहा है . इसमें भिक्षुओं , साधुओं एवं सन्यासियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक एवं धार्मिक विषयों पर लेख होते हैं . वर्ष 1925 में प्रिंटिंग मशीन में तकनीकि खराबी आने के बाद पत्रिका का प्रकाशन एक बार फिर कोलकाता से शुरू कर दिया गया , लेकिन इसके कवर पेज से लेकर लेखन आदि का संपादन अब भी अद्वैत आश्रम से ही हो रहा है .
पत्रिका के सभी पन्नों को यहां तैयार करने के बाद इसे छापने व वितरण के लिए कोलकाता भेजा जाता है . पत्रिका में ऑक्सफोर्ड , हावर्ड , कैम्ब्रिज , प्रिंसटन जैसे विश्व विख्यात विश्व विद्यालयों से जुड़े विद्वान लेखक भी अपने लेख भेजते हैं . प्रबुद्ध भारत पत्रिका के पहले संपादक राजम अय्यर थे . स्वामी स्वरूपानंद , स्वामी अशोकनंदा व स्वामी गंभीरानंदा जैसे संत भी इस पत्रिका के संपादक रह चुके हैं . वर्तमान में ये पत्रिका विश्व के 23 देशों में पढ़ी जा रही है और हजारों लोग इसे ऑनलाइन भी पढ़ रहे हैं .
हस्तियों ने भी लिखा
प्रबुद्ध भारत में देश की अनेक जानी – मानी हस्तियां भारतीय संस्कृति , आध्यात्मिकता , दर्शन , इतिहास , मनोविज्ञान , कला और अन्य सामाजिक मुद्दों पर लिखती रही हैं . इनमें सुभाष चंद्र बोस , बाल गंगाधर तिलक , सिस्टर निवेदिता , श्री अरबिन्दो , पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन आदि शामिल हैं .
( लेख TV 9 भारतवर्ष)
