सरकार ने व्हाट्सऐप कंपनी से कहा है कि वह अपनी निजता यानी प्राइवेसी नीति में हाल में किए गए बदलावों को वापस ले ले । सरकार ने यह भी कहा है कि एकतरफा तरीके से किए गए कोई भी बदलाव अनुचित और अस्वीकार्य हैं । इलेक्ट्रोनिक्स और सूचना टेक्नोलॉजी मंत्रालय ने कठोर शब्दावली वाला एक पत्र व्हाट्सऐप के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विल कैथकार्ट को लिखा है , जिसमें कहा गया है कि व्हाट्सऐप की सेवा – शर्तों और निजता नीति में उपयोगकर्ताओं को छोडने का विकल्प दिए बिना किए जा रहे प्रस्तावित बदलाव , गंभीर चिंताएं पैदा करते हैं ।
इनसे भारतीय नागरिकों की स्वायत्तता और उनके चुनने की स्वतंत्रता को लेकर कई दुष्परिणाम उत्पन्न हो सकते हैं । मंत्रालय ने कहा है कि भारत में व्हाट्सऐप का उपयोग करने वालों की संख्या दुनिया में सबसे अधिक है और यह व्हाट्सऐप की सेवाओं के लिए सबसे बड़ा बाजार भी है । सूचना टेक्नोलॉजी मंत्रालय ने व्हाट्सऐप से कहा है कि वह प्रस्तावित बदलावों को वापस ले ले और सूचना संबंधी निजता , चुनने के विकल्प और डाटा सुरक्षा के बारे में अपनी नीति पर पुनर्विचार करे ।
लोगों ने विकल्प तलाशने शुरू किया
जब से वाट्सएप ने यह बताया था कि अब वह निजता नीति में बदलाव करने जा रहे हैं उसके बाद लोग वाट्सएप को छोड़कर एक नए विकल्प की तलाश में लग गए थे हालांकि बाद में वाट्सएप ने सफाई भी दी और लोगों को इसके बारे में जानकारी देने के लिए इसके समय में बदलाव भी किया।
