पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कल कहा कि भारत सस्ती तथा विश्वसनीय ऊर्जा की पहुंच में विश्वास करता है। नई दिल्ली में आयोजित पांचवें भारत ऊर्जा मंच के अपने वक्तव्य में श्री पुरी ने कहा कि महामारी के बाद के प्रभाव से तेजी से उबरने के लिए वैश्विक अर्थव्यवस्था को स्वच्छ, सस्ती, विश्वसनीय और सुस्थिर ऊर्जा की आवश्यकता है।
श्री पुरी ने कहा कि भारत गैस आधारित अर्थव्यवस्था बनने के अपने प्रयासों में तेजी ला रहा है। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन, टर्मिनल, पुन: गैसीकरण सुविधाओं तथा अन्य सुविधाओं जैसी मूलभूत संरचना की स्थापना करने में देश में लगभग साठ बिलियन डॉलर के निवेश की प्रक्रिया चल रही है। जैव ईंधनों को लेकर श्री पुरी ने कहा कि एथेनॉल सम्मिश्रण पहले ही दस प्रतिशत तक पहुंच चुका है। सरकार इसे जल्द बीस प्रतिशत तक ले जाने के प्रति वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सतत परियोजना के अंतर्गत बीस बिलियन डॉलर के निवेश से पांच हजार कमप्रेस्ड जैव गैस संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। श्री पुरी ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए हजारों चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। श्री पुरी ने कहा कि हरित ऊर्जा के बदलाव में जाने के लिए हाईड्रोजन मिशन का शुभारंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तेल तथा गैस मूल्य का वर्तमान स्तर बहुत अधिक है। श्री पुरी ने कहा कि भारत आयातित तेल पर 85 प्रतिशत निर्भर है जबकि गैस पर इसकी निर्भरता लगभग 55 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह उत्पादनकर्ताओं को भी प्रभावित कर सकता है।
