भारत ने इस वर्ष 20 जनवरी से अब तक कोविड -19 की पचपन लाख खुराकें उपहार के तौर पर उपलब्ध अपने पडोसी देशों को कराई है । इनमें भूटान को डेढ लाख खुराकें , मालदीव को एक लाख , नेपाल को दस लाख , बांग्लादेश को बीस लाख , म्यांमा को पंद्रह लाख , मारीशस को एक लाख , सीशल्स को पचास हजार , श्रीलंका को पांच लाख और बहरीन को उपलब्ध कराई गई एक लाख खुराकें शामिल हैं ।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि इन देशों के अनुरोध पर कोविड -19 की ये खुराकें उपलब्ध कराई गई है । अगले कुछ दिनों में भारत एक लाख खुराकें ओमान को , केरीकोम संगठन से संबंधित देशों को पांच लाख खुराकें , निकारागुआ को दो लाख और प्रशांत सागर स्थित देशों को दो लाख खुराकें उपलब्ध कराने की योजना बना रहा है ।
अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय वैक्सीन के बारे में अन्य देशों ने भी रूचि दिखाई है । प्रधानमंत्री की घोषणा अनुसार कोविड -19 महामारी के खिलाफ संघर्ष में भारत की भूमिका को अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मिला है क्योंकि देश अपने पडोसियों में से श्रेष्ठ है जिसने इस महामारी पर उचित कदम उठाए और अपने आसपास के देशों को वैक्सीन की आपूर्ति की ।
कोविड -19 की खुराक ब्राजील , मोरक्को और बांग्लादेश को निर्यात भी की है । इसके बाद सऊदी अरब , दक्षिण अफ्रीका , कनाडा और मंगोलिया को भी इसी तरह व्यावसायिक आपूर्ति की जाएगी । गावीज कोवैक्स सुविधा के अंतर्गत भारत अफ्रीका को एक करोड खुराकें , संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य कार्याक्रमों को दस लाख खुराकें उपलब्ध कराने जा रहा है ।
