बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत बनाम शिवसेना का विवाद बढ़ता जा रहा है। अब हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कंगना रनौत का समर्थन करते हुए उन्हें राज्य की बेटी बताया है। इससे पहले, मुख्यमंत्री ठाकुर ने बुधवार को भी बीएमसी द्वारा कंगना का दफ्तर ढहाए जाने पर एक्ट्रेस का साथ दिया था।
दरअसल, बीएमसी ने बुधवार को कंगना रनौत का मुंबई के पाली हिल स्थित उनका दफ्तर अवैध निर्माण का हवाला देते हुए तोड़ दिया था। बीएमसी ने कंगना के दफ्तर का आगे का हिस्सा ढहा दिया था। वहीं, दफ्तर के अंदर भी काफी तोड़फोड़ की थी। हालांकि, बाद में कोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्वीट किया कि राज्य की बेटी का अपमान नहीं सह सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम हिमाचल की बेटी का अपमान सहन नहीं कर सकते। महाराष्ट्र सरकार ने हिमाचल की बेटी कंगना रनौत के साथ जो राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से अत्याचार किया है यह अत्यंत चिंताजनक एवं निंदनीय है। हमारी सरकार व देश की जनता इस घटनाक्रम में हिमाचल की बेटी कंगना के साथ खड़ी है।’
इससे पहले, बुधवार को ठाकुर ने बीएमसी की कार्रवाई पर निंदा करते हुए कहा था कि वह राज्य की एक बेटी हैं और और उन्हें उनके क्षेत्र में काम करने के लिए एक उचित माहौल मिलना चाहिए। देहरा से निर्दलीय विधायक होशियार सिंह द्वारा विधानसभा में उठाए गए व्यवस्था के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ठाकुर ने कहा कि रनौत के कार्यालय को ढहाने का कदम एक चिंता का विषय है।
ठाकुर ने कहा था कि बॉलीवुड एक्ट्रेस को एक नोटिस दिया गया था लेकिन प्रक्रिया पूरी किए बगैर ढहाने का कदम उठाया गया। ठाकुर ने कहा, ‘हम इस कदम की निंदा करते हैं।’ वहीं, कंगना रनौत दफ्तर के एक हिस्से को ढहाने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद मुंबई पहुंचीं। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार उन्हें शिवसेना के साथ उनकी लड़ाई के चलते निशाना बना रही है, जब उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की थी। रनौत ने कहा था कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद उन्हें फिल्म माफिया से कहीं अधिक डर मुंबई पुलिस से लगता है।
सोर्स – लाइव एच
