हरियाणा सरकार ने “गोरखधंधा” शब्द के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया। सीएम एमएल खट्टर ने कहा, “किसी भी आधिकारिक भाषा, भाषण या किसी भी संदर्भ में इस शब्द का प्रयोग गुरु गोरखनाथ के अनुयायियों की भावनाओं को आहत करता है। किसी भी संदर्भ में इस शब्द का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है।”
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यह फैसला बुधवार को गोरखनाथ समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद लिया। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से ‘गोरखधंधा’ शब्द के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस शब्द के नकारात्मक अर्थ निकालने से संत गोरखनाथ के अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंचती है।
यूपी और राजस्थान में भी उठें प्रतिबंध के मांग
‘गोरखधंधा’ शब्द को प्रतिबंधित करने की मांग राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी इस शब्द को बैन करने की मांग उठी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजस्थान में लोकसभा चुनाव में यह वादा किए थे कि अगर राजस्थान में भाजपा सरकार बनती है तो वो ‘गोरखधंधा’ शब्द को प्रतिबंधित कर देंगे, नाथ संप्रदाय के अनुयायियों ने यूपी के मुख्यमंत्री से मांग की थी कि इस भ्द पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में शीघ्र उचित कदम उठाया जाना चाहिए। इसी साल जुलाई के महीने में राजस्थान के अजमेर में नाथ समाज ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था।
