कल राज्यसभा में सरकार ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि आक्सीजन की कमी के चलते कोई मौत नहीं हुई है जिसपर विपक्ष समेत तमाम लोगों ने सरकार की आलोचना करना शुरू कर दिया क्योंकि कोरोनावायरस की दूसरी लहर के कारण स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ध्वस्त हो गई थी और कई लोगों की आक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई थी हालांकि सरकार ने वहां यह कहा था कि राज्यों ने ऐसा कोई आंकड़ा नहीं दिया है जिसमें आक्सीजन के कारण किसी की मौत हो गई है।
आज भाजपा ने महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मौत पर राज्यसभा में केंद्र सरकार के जवाब पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष की आलोचना की।भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने सरकार के रुख को दोहराया कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है और किसी भी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों पर कोई डेटा नहीं भेजा है, किसी ने ये नहीं कहा कि उनके राज्य में ऑक्सीजन की कमी को लेकर मौत हुई है। उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि चाहे महामारी, चाहे वैक्सीन का विषय हो हर विषय में झूठ बोलना, हर विषय में भ्रम फैलाना और हर विषय में लोगों को बरगलाना, ये राहुल गांधी जी ने एक ट्विटर ट्रोल के रूप में काम करते हुए किया है।
संबित पात्रा ने महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि न्यायाधीशों के सामने महाराष्ट्र सरकार ने माना है कि किसी प्रकार से कोई मृत्यु ऑक्सीजन के कारण नहीं हुई है।
छत्तीसगढ़ जहां कांग्रेस की सरकार है वो खुद कह रही है कि हमारे राज्य में एक भी मृत्यु ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई है।
संबित पात्रा के बयान की प्रमुख बातें
1-केंद्र कहती है कि स्वास्थ्य राज्यों का विषय है।
2-केंद्र कहती है कि हम सिर्फ राज्यों के भेजे डेटा को संग्रहित करते हैं।
3-हमने एक गाइडलाइन जारी किया है, जिसके आधार पर राज्य अपने मौत के आंकड़ों को रिपोर्ट कर सकें।
राहुल गांधी ने साधा था निशाना
कल सरकार के इस जवाब के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट करते हुए कहा था कि “सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी।
संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी-
तब भी थी, आज भी है। “
