आज वो दिन है जिसका सिख समुदाय में एक महात्व पूर्ण स्थान है ,आज श्री गुरु नानक देव जी महाराज जी की 552वी जंयती को प्रकाशपर्व के रूप में पूरे देश में धूम धाम से मनाया जा रहा है । ऐसे पावन मौके पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद , प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उपराष्ट्रपति वेकैया नायडू ने देश वासियों को इस पावन पर्व की शुभकामना दी , प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि” श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के विशेष अवसर पर, मैं उनके पवित्र विचारों और महान आदर्शों को याद करता हूं। न्यायपूर्ण, दयालु और समावेशी समाज की उनकी दृष्टि हमें प्रेरित करती है। दूसरों की सेवा करने पर श्री गुरु नानक देव जी का जोर भी बहुत प्रेरक है।” राष्ट्रपति ने अपने ट्विट में कहा कि “गुरु नानक देव जी की जयंती के शुभ अवसर पर, मैं सभी देशवासियों, विशेष रूप से सिख समुदाय के भाइयों-बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। आइए, हम सब गुरु नानक देव जी के बताए ‘नाम जपो, किरत करो, वंड छको’ के मार्ग पर चलें और अपने आचरण में उनकी शिक्षाओं का पालन करें।”
इससे पहले कल गुरु नानक देव जी महाराज के जंयती की पूर्व संध्या राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बधाई देते हुए कहा कि गुरु नानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं में प्रेम, करुणा और बलिदान का निहित संदेश मानव जाति की आध्यात्मिक प्रगति को बढ़ावा देता है। गुरु नानक देव जी के विचार हमें अपने जीवन में शांति और भाईचारे के आदर्शों का अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि , गुरु नानक देव जी ने एक साधारण गृहस्थ का जीवन व्यतीत करते हुए ‘एक ओंकार सतनाम, कर्ता पुरख’ प्राप्त करने के साधन के रूप में सेवा पर जोर दिया। उन्होंने लोगों से गुरु नानक देव जी के नक्शेकदम पर चलने और हमारे समाज में सद्भाव और एकता की भावना को मजबूत करने का आग्रह किया।
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भी गुरु नानक जयंती की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को बधाई दी है। नायडू ने कहा कि गुरु नानक अपने महान जीवन के माध्यम से सत्य, करुणा और धार्मिकता के अवतार रहे हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि उनकी दिव्य शिक्षाएं हमें धर्म के मार्ग पर चलने और जाति, पंथ या धर्म के बावजूद सभी मानव जाति के प्रति सम्मान दिखाने के लिए प्रेरित करती रहेंगी।गुरु नानक ने हमें जीवन में नैतिक पथ पर चलना भी सिखाया। उन्होंने कहा कि गुरु नानक भारत के उदात्त आध्यात्मिक लोकाचार के एक चमकते हुए प्रेरित थे, जिन्होंने आध्यात्मिकता को आम आदमी तक ले जाकर वास्तव में धर्म का लोकतंत्रीकरण किया। नायडू ने कामना की कि गुरु नानक का शाश्वत संदेश एक न्यायपूर्ण, मानवीय और सामंजस्यपूर्ण समाज के निर्माण में हमारा मार्गदर्शन करता रहे।
