अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने बुधवार को शपथ ग्रहण करने के कुछ ही घंटे बाद घोषणा की कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने पेरिस जलवायु समझौते को फिर से दर्ज करने की योजना बनाई है, ग्लोबल वार्मिंग को सीमित करने के लिए 2015 में हस्ताक्षरित अंतर्राष्ट्रीय समझौते पर हस्ताक्षर किया।
ट्रम्प प्रशासन के तहत संयुक्त राज्य अमेरिका ने पिछले साल के अंत में समझौते को छोड़ दिया था। सीएनएन ने बताया कि राष्ट्रपति जो बिडेन ने बुधवार को पेरिस जलवायु समझौते में अमेरिका को फिर से शामिल करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए।
पेरिस जलवायु समझौते का उद्देश्य ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी लाना है , ताकि सदी के अंत तक तापमान वृद्धि को पूर्व औद्योगिक स्तर के 1.5 से 2 डिग्री सेल्सियस तक सीमित कर दिया जाए . यह समझौता पांच साल के चक्र पर काम करता है . इसके लिए विकसित देश , अल्प विकसित और विकासशील देशों को वित्तीय मदद उपलब्ध कराते हैं . किसी देश की सरकार अकेले बूते इन उद्देश्यों के पूरा नहीं कर सकती है , इसलिए समझौते में विभिन्न संस्थानों की भूमिका अहम है .
