योध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। पीएम मोदी ने हाल ही में मंदिर की आधारशिला रखी। मंदिर निर्माण कार्य पूरा होने को लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव एवं विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय ने कहा कि जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य 36 से 40 महीने में पूर्ण हो जाएगा। खास बात ये है कि एक हजार वर्ष का लक्ष्य लेकर मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।
चम्पत राय बताया कि मन्दिर निर्माण में लोहे का प्रयोग नहीं होगा। जमीन से लेकर शिखर तक एक ग्राम भी लोहे का प्रयोग नहीं किया जाएगा। लार्सन टुब्रो कम्पनी के योग्यतम विशेषज्ञ निर्माण कार्य में लगे हुए हैं। भव्यतम एवं दीर्घकालिक समय तक सुरक्षित रह सकने वाला मन्दिर 36 से 40 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। मंदिर की बुनियाद कम से कम एक हजार वर्ष तक टिके, इसका लक्ष्य लेकर निर्माण कार्य किया जा रहा है। उसी के हिसाब से शिलाएं एवं नींव रखी जा रही हैं। योग्यतम इंजीनियर और तकनीशियन काम पर लगे हैं। 60 मीटर नीचे की मिट्टी की जांच एवं भूकम्प रोधी व्यवस्थाएं जारी हैं।
उन्होंने बताया कि रामभक्त मन्दिर को बनते हुए तथा जमीन से मिले चिन्हों के दर्शन कर सकें, ऐसी व्यवस्था भी की जा रही है। उन्होंने निर्माण के लिए दानदाताओं से 10,000 तांबे की पत्तियां दान करने की अपील की।
विहिप उपाध्यक्ष चम्पत राय ने 5 अगस्त को संपन्न हुए भूमिपूजन का उल्लेख करते हुए कहा कि कार्यक्रम में 36 प्रकार की आध्यात्मिक परंपराओं के साधु-संतों को बुलाया गया था। सभी राज्य व सभी भाषाओं के साथ वनवासी साधु भी आए थे।
सोर्स – प्रसार भारती
