राजस्थान संकट को सुलझाने के लिए कांग्रेस नेताओं की बैठकों और बातचीत का दौर सोमवार देर रात तक जारी है। दिन में सचिन पायलट राहुल और प्रियंका से मुलाकात करने पहुंचे। इस दौरान उनकी वापसी के फॉर्मूले पर चर्चा हुई। उधर, सोनिया ने राज्य के सीएम अशोक गहलोत से बातचीत की। इसके बाद सोनिया ने एक कमेटी बनाई। बिना वक्त गंवाए प्रियंका, केसी वेणुगोपाल और अहमद पटेल की ये कमेटी सोमवार रात दिल्ली की 15 जीआरजी रोड स्थित कांग्रेस के वार रूम पहुंची। यहां सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों से बातचीत हुई।
इसके बाद सचिन पायलट ने कहा कि लंबे समय से कुछ मुद्दों को मैं उठाना चाहता था। शुरू से ही कह रहा हूं कि ये लड़ाई आदर्शों पर थी। मैंने हमेशा ही सोचा था कि पार्टी हित में इन मुद्दों को उठाना जरूरी है। सोनिया जी ने परेशानियों और सरकार की समस्याओं को सुना। लगता है कि मुद्दों को हल किया जाएगा।
राहुल, प्रियंका के साथ पायलट की मुलाकात करीब डेढ़ घंटे तक चर्चा चली। सूत्रों के मुताबिक, पायलट की कांग्रेस में वापसी का फॉर्मूला तलाशा जा रहा है, लेकिन पार्टी ने साफ किया है कि मुख्यमंत्री पद के बारे में फिलहाल कोई बात नहीं होगी।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल और सचिन पायलट के बीच खुशगवार माहौल में मुलाकात हुई है। पायलट ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के हित के लिए काम करते रहेंगे। सोनिया गांधी ने एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, ताकि पायलट और नाराज द्वारा उठाए गए मुद्दों को सुलझाया जा सके।
उन्होंने कहा कि हमारे सीएम गहलोत और पायलट दोनों खुश हैं। ये भाजपा के अलोकतांत्रिक चेहरे पर तमाचा है। वो लोग हॉर्स ट्रेडिंग करने वाले लोग हैं, लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, राहुल से मुलाकात की पहल खुद आलाकमान की ओर से की गई थी। पायलट गुट के सभी विधायक भी लगातार कह रहे हैं कि हमारी नाराजगी पार्टी से नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से है। कुछ कांग्रेस नेताओं ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि सचिन पायलट लगातार पार्टी नेतृत्व के साथ संपर्क में हैं। पार्टी ने भरोसा दिया है कि राजस्थान में सरकार का संकट सुलझा लिया जाएगा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को सभी दलों के विधायकों को एक भावुक चिट्ठी लिखकर कहा था कि आप सरकार गिराने की साजिश का हिस्सा नहीं बनें। अंतरात्मा क्या कहती है, उसके आधार पर फैसला करें। चिट्ठी जारी करने के कुछ देर बाद ही गहलोत जैसलमेर पहुंचे, वहां उनके अलग ही तेवर दिखे।
वे कहते हैं कि भाजपा विधायकों में फूट पड़ गई, इसलिए 3-4 जगह बाड़ेबंदी की जा रही है। भाजपा विधायकों की पोल खुल गई है। विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग हो रही थी, इसलिए उन्हें बाड़ेबंदी करनी पड़ी। भाजपा के नेता बड़े-बड़े दावे कर रहे थे, लेकिन अब वे चार्टर विमानों से विधायकों को भेजकर बाड़ेबंदी कर रहे हैं।
इस बीच, भाजपा ने 11 अगस्त को विधायक दल की बैठक बुलाई है। मंगलवार को शाम 4 बजे जयपुर के होटल क्राउन प्लाजा में विधायक दल की बैठक होगी।
सोर्स – दैनिक भास्कर
