भारत में अब तक नौ करोड़ से अधिक लोगों को कोविड से बचाव के टीके लगाए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटों में देश में लगभग 30 लाख टीके लगाए गए। भारत दुनिया का इकलौता देश है, जहां मात्र 82 दिन के भीतर ही 9 करोड़ 1 लाख 98 हजार कोविड टीके लगाए गए हैं। दुनिया भर में प्रतिदिन कोविड के टीके लगाने के मामले में भारत पहले स्थान पर है, जहां हर दिन औसतन 34 लाख से अधिक लोगों को टीके लगाए जा रहे हैं।
भारत चला रहा है दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान
दुनिया का सबसे बडा टीकाकरण अभियान भारत में वर्ष 16 जनवरी से शुरू हुआ था। शुरू में सिर्फ स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीके लगाए गए। अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों का टीकाकरण 2 फरवरी से शुरू हुआ, जबकि पहली मार्च से साठ वर्ष से अधिक उम्र के और अन्य रोगों से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ। पहली अप्रैल से टीकाकरण 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए लागू हो गया।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया है कि बहुत कम समय में ही 45 वर्ष से अधिक उम्र के 5.5 करोड़ से अधिक लोगों को पहला टीका लगाया जा चुका है। वहीं 15 लाख से अधिक लोगों को कोविड का दूसरा टीका भी लगाया जा चुका है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देशभर में पिछले 24 घंटों में कोविड से 1 लाख 26 हजार 789 लोग संक्रमित हुए। आठ राज्यों- महाराष्ट्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, दिल्ली, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्यप्रदेश में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है। कुल संक्रमितों में से 80% से अधिक संक्रमित इन आठ राज्यों में से ही हैं।
ठीक होने की दर 91.67%
पिछले 24 घंटों में देश में 685 लोगों की मृत्यु हुई। इसके साथ ही अब तक कोविड से मृतकों की संख्या 1 लाख 66 हजार 862 हो गई है। इस समय लगभग नौ लाख दस हजार मरीजों का इलाज चल रहा है, जो कुल संक्रमित लोगों का लगभग 7.04% है।
देश में कोविड से ठीक होने की दर 91.67% रह गई है। पिछले 24 घंटों में 59 हजार से अधिक रोगी ठीक हुए। इसके अलावा अब तक कुल 1 करोड़ 18 लाख से अधिक संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं।
25 करोड़ नमूनों की हो चुकी टेस्टिंग
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने बताया कि पिछले चौबीस घंटों में 12 लाख 37 हजार से अधिक नमूनों की कोविड जांच की गई। देश में अब तक कुल 25 करोड़ 26 लाख से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है। अभी देश में 2 हजार 447 प्रयोगशालाओं में कोविड जांच की जा रही है, इनमें 1 हजार 229 सरकारी और एक हजार 218 निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाएं कार्यरत हैं।
