भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सूत्रों से पता चला है कि बीसीसीआई ने फैसला किया है कि वे क्रिकेटर जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में कश्मीर प्रीमियर लीग में हिस्सा ले रहे हैं, उन्हें भारत में लीग में खेलने या बीसीसीआई के साथ किसी भी व्यावसायिक संबंध रखने से रोक दिया जाएगा, वे भारत में क्रिकेट से संबंधित किसी भी काम का हिस्सा नहीं हो सकते हैं।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर हर्शल गिब्स द्वारा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर कश्मीर प्रीमियर लीग (केपीएल) में उनकी भागीदारी को रोकने का आरोप लगाने के एक दिन बाद, भारतीय क्रिकेट संस्था ने विवाद पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। गिब्स ने आरोप लगाया था कि बीसीसीआई ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में क्रिकेट लीग में भाग लेते हैं तो उन्हें भविष्य में क्रिकेट से संबंधित किसी भी काम के लिए भारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
बीसीसीआई को जमकर सपोर्ट
जबसे हर्शल गिब्स ने यह ट्विटर पर यह पोस्ट पोस्ट शेयर किया है कि “बीसीसीआई ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में क्रिकेट लीग में भाग लेते हैं तो उन्हें भविष्य में क्रिकेट से संबंधित किसी भी काम के लिए भारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”उनके बाद से लगातार देश भर के लोग बीसीसीआई के इस फैसले के साथ खड़े हैं और उसकी जमकर तारीफ कर रहे हैं।
