आज गुरु नानक देव जी महाराज की जयंती के पावन अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़ा ऐलान किया है उन्होंने कहा कि आज मैं सभी को बताना चाहता हूं कि हमने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है।इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि कानूनों को रिपील करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे। करीब एक साल से ज्यादा का समय बीत चुका है किसान सरकार के इस फैसले के खिलाफ धरने पर बैठे हुए थे आज उनके लिए यह बडा फैसला है।
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी है कि आज श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व है। आज प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश के महोबा में सिंचाई से संबंधित प्रमुख योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। फिर, वह ‘राष्ट्र रक्षा संबंध पर्व’ के लिए झांसी जाएंगे। इन सभी कार्यक्रमों से पहले, वह सुबह 9 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संबोधन में कहा कि मैं देव दीपावली और प्रकाश पर्व के अवसर पर सभी को बधाई देता हूं। यह खुशी की बात है कि करतारपुर कॉरिडोर 1.5 साल के अंतराल के बाद फिर से खुला है।गुरु नानक जी ने कहा था ‘विच दुनिया सेव कमाये, तान दरगाह बैसन पाई’। इसका अर्थ है कि राष्ट्र सेवा का मार्ग अपनाने से ही जीवन अच्छा चल सकता है। लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए हमारी सरकार सेवा की भावना के साथ काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि जब मैं 2014 में प्रधान मंत्री बना, तो हमने (सरकार ने) किसानों के कल्याण और विकास को प्राथमिकता दी… बहुत से लोग इस सच्चाई से अनजान हैं कि 80/100 छोटे पैमाने के किसान हैं जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम भूमि है और जनसंख्या में 10 करोड़ से अधिक है। . जमीन का यह टुकड़ा उनका अस्तित्व है।और उसके बाद अपने संबोधन के आखिरी में उन्होंने कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान किया।
