प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (शनिवार )शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वह स्मारक में विकसित संग्रहालय दीर्घाओं का भी उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम परिसर को उन्नत करने के लिए सरकार द्वारा की गई कई विकास पहलों को भी प्रदर्शित करेगा।
चार संग्रहालय दीर्घाएं निरर्थक और कम उपयोग वाली इमारतों के अनुकूली पुन: उपयोग के माध्यम से बनाई गई हैं। दीर्घाएं उस अवधि के दौरान पंजाब में सामने आई घटनाओं के ऐतिहासिक मूल्य को प्रदर्शित करती हैं, जिसमें प्रोजेक्शन मैपिंग और 3 डी प्रतिनिधित्व के साथ-साथ कला और मूर्तिकला प्रतिष्ठानों सहित ऑडियो-विजुअल तकनीक का संलयन होता है।13 अप्रैल, 1919 को हुई घटनाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक साउंड एंड लाइट शो की स्थापना की गई है।परिसर में कई विकास पहल की गई हैं। पंजाब की स्थानीय स्थापत्य शैली के अनुरूप विस्तृत विरासत बहाली कार्य किए गए हैं। कई नई और आधुनिक सुविधाओं को जोड़ा गया है, जिसमें उपयुक्त संकेतों के साथ आंदोलन के पुनर्परिभाषित पथ, रणनीतिक स्थानों की रोशनी, भूनिर्माण और देशी वृक्षारोपण के साथ हार्डस्केपिंग और पूरे बगीचे में ऑडियो नोड्स की स्थापना शामिल है। साथ ही साल्वेशन ग्राउंड, अमर ज्योत और फ्लैग मस्त के आवास के लिए नए क्षेत्र विकसित किए गए हैं।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति मंत्री, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री, संस्कृति राज्य मंत्री, पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री, पंजाब के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसद, जलियांवाला बाग के सदस्य इस अवसर पर राष्ट्रीय स्मारक न्यास सहित अन्य लोग उपस्थित रहेंगे।
