पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज अपने फ्रांसीसी समकक्ष बारबरा पोम्पिली के साथ भारत-पर्यावरण वर्ष का शुभारंभ किया। इस अवसर पर बोलते हुए, जावड़ेकर ने कहा, इंडो-फ्रेंच पर्यावरण, साझेदारी जैव विविधता, जलवायु परिवर्तन और अन्य संबद्ध क्षेत्रों में दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए एक उदाहरण स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा, भारत और फ्रांस पहले ही असम, राजस्थान में चल रहे हैं और झारखंड में पर्यावरण परियोजनाओं के लिए जल्द ही शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा, वर्ष 2021 वैश्विक पर्यावरण संरक्षण के पक्ष में कार्यों की प्रभावशीलता को बढ़ाते हुए, सतत विकास में सहयोग को बढ़ाएगा।

प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, भारत ने जलवायु परिवर्तन कार्रवाई की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है और पहले ही उत्सर्जन की तीव्रता में कमी का 26 प्रतिशत हासिल कर चुका है। उन्होंने कहा, 2020 तक भारत में अक्षय क्षमता 90 गीगा वाट है, जिसमें 36 गीगा वाट सौर ऊर्जा और 38 गीगा वाट पवन ऊर्जा शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि भारत सहयोग टिकाऊ विकास को मजबूत करने के लिए तत्पर है, वैश्विक पर्यावरण संरक्षण के पक्ष में कार्यों की प्रभावशीलता में इंडो-फ्रेंच को बढ़ाकर और उन्हें अधिक दृश्यता दे रहा है।

