23-वर्षीय नेत्रा कुमानन ने बीते बुधवार को टोक्यो ओलंपिक के लिए एकल नौकायन स्पर्धा के लिए क्वालीफाई कर लिया है। नेत्रा ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला नौकाचालक बनीं हैं। उन्होंने ओमान में आयोजित संयुक्त एशियाई और अफ्रीकी ओलंपिक क्वॉलिफायर की लेजर रेडियल स्पर्धा में शीर्ष स्थान पर रहकर यह उपलब्धि हासिल की है। नेत्रा ने लेजर रेडियल क्लास स्पर्धा में अपनी हमवतन प्रतिद्वंद्वी रम्या सरवनन पर 21 अंक की बढ़त बनाई थीं। इस स्पर्धा की फाइनल रेस गुरुवार को होगी। मुसानाह ओपन चैम्पियनशिप में रम्या के अभी 18 अंक हैं और नेत्रा के 39 अंक हैं। ऐसे में नेत्रा अगर फाइनल हार भी जाती हैं, तब भी ओलंपिक में उनकी जगह पक्की है। गौरतलब है, कि एकल नौकायन में जिस खिलाड़ी के सबसे कम अंक होते हैं, वह प्रतियोगिता जीतता है।
इस उपलब्धि पर क्या कहते हैं नेत्रा के कोच ?
नेत्रा के ओलंपिक में क्वालीफाई करने के बाद उनके हंगरी कोच टमस एस्जेस ने कहा, ‘नेत्रा ने आज ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया जिन्होंने बड़े अंतर से बढ़त बनायी है, हालांकि आधिकारिक रूप से स्पर्धा कल अंतिम रेस जिसे ‘मेडल रेस’ कहते हैं, वह उसके बाद खत्म होगी।’ मेडल रेस के नतीजे से कोई बदलाव नहीं होगा, क्योंकि नेत्रा ने दो में से एक ओलिंपिक कोटा हासिल कर लिया है।’
पॉइंट्स टेबल में भारत की नेत्रा के बाद कौन और दोनों में कितने अंकों का है अंतर
पॉइंट्स टेबल में भारत की नेत्रा के बाद नीदरलैंड की एम्मा चार्लोट जीन सावेलोन दूसरे स्थान पर काबिज हैं। नेत्रा और उनके बीच तीन अंक का अंतर है, लेकिन वह इस प्रतियोगिता से ओलंपिक क्वालीफाई नहीं कर सकती क्योंकि यह एशियाई क्वालीफायर है।
नेत्रा से पहले ये लोग कर चुके हैं क्वालीफाई
नेत्रा से पहले नछातर सिंह जोहाल (2008), श्राफ और सुमित पटेल (2004), एफ तारापोर, साइरस कामा (1992), केली राव (1988), ध्रुव भंडारी (1984), सोली कांट्रेक्टर और ए.ए. बासित (1972) नौकायन में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारतीय हैं। साल 2008 के बाद से एकल नौकायन में कोई भी भारतीय क्वालीफाई नहीं कर सका था। ऐसे में तेरह साल के सूखे को खत्म करके नेत्रा नौकायन में क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला बनी हैं।
