केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को अपने आवास पर एक नए तरह के पेंट ( रंग ) को लॉन्च किया । गाय के गोबर से निर्मित भारत के इस पहले पेंट को खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने विकसित किया है । यह एक पर्यावरण के अनुकूल , गैर विषाक्त पेंट है , जिसे “ खादी प्राकृतिक पेंट ” नाम दिया गया है । यह अपनी तरह का पहला उत्पाद है , जिसमें एंटी – फंगल और एंटी – बैक्टीरियल गुण समाहित हैं ।
नितिन गडकरी ने कहा कि यह प्रयास किसानों की आय को बढ़ाने वाले प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है । उन्होंने कहा कि यह कदम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने का इतना प्रभावशाली प्रयास है , जिससे शहरों में रह रहे ग्रामीणों का फिर से ग्रामीण क्षेत्रों की ओर पलायन शुरू हो जाएगा । पेंट की सस्ती दरों ( डिस्टेंपर केवल 120 रुपये प्रति लीटर और इमल्सन केवल 225 रुपये प्रति लीटर ) के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि ये कीमतें बड़ी कंपनयों द्वारा वसूली जाने वाली कीमतों की तुलना में आधे से भी कम हैं । उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस पेंट के निर्माण और विपणन में सरकार की भूमिका केवल एक सूत्रधार की है , इस पेंट का निर्माण और विपणन पेशेवर तरीके से किया जाएगा और इसे देश के प्रत्येक हिस्से तक पहुंचाया जाएगा । इस अवसर पर केन्द्रीय मत्स्यपालन , पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह , केन्द्रीय सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंग और केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना भी उपस्थित थे ।
खादी प्राकृतिक इमल्शन पेंट बीआईएस 15489 : 2013 मानक के अनुरूप है , जबकि खादी प्राकृतिक डिस्टेंपर पेंट बीआईएस 428 : 2013 मानक के अनुरूप है।इस पेंट ने परीक्षण के दौरान ‘ एप्लिकेशन ऑफ पेंट , थिनिंग प्रॉपर्टीज़ , ड्राइंग टाइम एंड फिनिश’जैसे तमाम पैमानों को सफलतपूर्वक पूरा किया है । यह 4 घंटे से भी कम समय में सूखता है और बेहतर तरीके से सतह पर लगता है । इस पेंट को अंदर और बाहर दोनों ही दीवारों पर लगाया जा सकता है । डिस्टेंपर और इमल्शन पेंट दोनों ही सफेद आधार रंग ( बेस कलर ) में उपलब्ध हैं , और उचित रंगों के मिश्रण से कोई भी रंग बनाया जा सकता है ।
