तेलंगाना के श्रीसैलम हाइडल पावर प्लांट में लगी आग के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। लापता सभी 9 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। रेस्क्यू टीम ने 10 को बचा लिया था। इनमें 6 को अस्पताल में भर्ती किया गया है। फिलहाल हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। हादसे के वक्त प्लांट में 19 लोग मौजूद थे।
तेलंगाना के श्रीसैलम हाइड्रोइलैक्ट्रिक प्लांट (श्रीसैलम लेफ्ट बैंक पावर स्टेशन) में आग लगने के बाद वहां से 9 शव बरामद हुए हैं। बरामद हुए तीन शव की पहचान असिस्टेंट इंजीनियर- सुंदर नाइक, मोहन कुमार और फातिम के तौर पर हुई है।
तेलंगाना के श्रीसैलम पनबिजली प्लांट आग हादसे को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदना शोकाकुल परिवार के साथ है। उन्होंने घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की उम्मीद जताई। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ”श्रीसैलम पनबिजली संयंत्र में आग की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं।”
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तेलंगाना सीमा पर श्रीसैलम पनबिजली प्लांट में आग लगने के हादसे में लोगों की मौत पर शुक्रवार को शोक प्रकट किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की। राष्ट्रपति ने अपने ट्वीट में कहा, ”श्रीसैलम पनबिजली संयंत्र में आग लगने के हादसे में लोगों के मारे जाने से दुखी हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं।” उन्होंने कहा कि वह घायलों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं ।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने घटना के कारण का पता लगाने के लिए सीआईडी द्वारा व्यापक जांच के आदेश दिए गए हैं। सीआईडी के एडिशनल डायरेक्टर ऑफ पुलिस गोविंद सिंह को इन्क्वायरी ऑफिसर नियुक्त किया गया है। सिंह से इस बारे में जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
श्रीसैलम पावर प्लांट में आग से हुई मौत पर मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त किया है। इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि फंसे हुए इंजीनियर्स को निकालने के लिए सभी संभावित प्रयास किए गए ताकि उन्हें जिंदा निकाला जा सके, लेकिन सफलता नहीं मिली। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के लिए अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है।
गुरुवार की देर रात जब यह हादसा हुआ उस वक्त तेलंगाना स्टेट पावर जेनरेशन कॉर्पोरेशन (TSGenco) के कुल 30 कर्मचारी थे। हालांकि, इनमें से 6 कर्मचारियों को सुरंग से बचाकर बाहर निकाला गया तो वहीं 15 लोग प्रोजेक्ट के आपातकालानी एग्जिट रूट के लिए बाहर आ गए। नौ अन्य लोग सुरंग के अंदर घने धुएं के चलते अंदर फंसे रह गए और बचाव दलों के लिए वहां तक पहुंचना मुश्किल हो गया था।
सोर्स – लाइव हिन्दुस्तान
