केरल के इडुक्की जिले में रविवार को 17 और शवों को मलबे से निकाला गया जिससे भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 43 हो गई।वहीं, 20 से ज्यादा टी वर्कर्स के घर बह गए।मौसम विभाग ने सोमवार को महाराष्ट्र के कई हिस्से में और अगले पांच दिनों में ओडिशा में भारी बारिश होगी।
केरल के कई हिस्सों में रविवार को भारी बारिश हुई और छह जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है। आईएमडी ने कसारगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझिकोड, मलप्पुरम और अलपुझा जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने कहा कि मंगलवार से बारिश में कमी आने की संभावना है। राजमला में लैंडस्लाइड की वजह से बस्तियां बह गईं थीं। प्रशासन ने अब मलबे के नीचे दबे लोगों का पता लगाने के लिए स्नाइफर डॉग की मदद लेने का फैसला किया है। दूसरी तरफ एनडीआरएफ की 55 सदस्यीय टीम इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है

प्रधानमंत्री मोदी ने भी हादसे पर दुख जताया था। पीएम हादसे में जान गंवाने वालों के परिजन को पीएम रिलीफ फंड से दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की थी। वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने मरने वालों के परिजन को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की थी।
भारी बारिश, भूस्खलन और विभिन्न बांधों के खोले जाने से मध्य केरल की नदियों में जल स्तर बढ़ गया है जिससे बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। कोट्टयम जिले के मनारकाड इलाके में बाढ़ के पानी में एक टैक्सी चालक रविवार की सुबह बह गया। बाद में उसका शव बरामद किया गया। अधिकारियों ने बताया कि कसारगोड, कन्नूर, कोझिकोड और अलपुझा जिलों से शनिवार को डूबने की चार घटनाएं सामने आई हैं।भारी बारिश की वजह से वायनाड के सुगंदागिरी की ट्राइबल कॉलोनी में जमीन धंसने से 2 घर क्षतिग्रस्त हो गए। घटना शनिवार रात की है। अधिकारियों ने बताया कि घटना से पहले ही वहां रहने वाले सभी आदिवासी परिवारों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कार दिया गया था।
