कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन 22 दिनों से जारी है । किसान कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हैं और केंद्र सरकार किसानों से बातचीत के लिए तमाम कोशिशों में जुटी है । इसी बीच , केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसानों के नाम एक चिठ्ठी लिखी है । चिठ्ठी में उन्होंने किसानों को सम्बोधित करते हुए समझाने की कोशिश की है कि नए कृषि कानूनों से कैसे और किस तरह उन्हें फायदा होगा । तोमर ने 8 पन्नों की लिखी चिट्ठी किसानों का भ्रम दूर करने के लिए लिखी है ।
तोमर ने इस पत्र में कहा है कि किसान भाइयों को इस कानून को लेकर भ्रम है , जिसे दूर करना मेरा कर्तव्य है । तोमर ने कहा कि किसान भाइयों को गुमराह करने , उनमें भ्रम पैदा करने का काम किया जा रहा है । हमारे किसाना भइयों और बहनों में कृषि कानून को लेकर जो भ्रम हैं , उन्हें दूर करना हमारा कर्तव्य है । आगे लिखा है कि जिन लोगों ने 1962 के युद्ध में देश की विचारधारा का विरोध किया था । वही लोग किसानों को पर्दे के पीछे से गुमराह कर रहे हैं , आज वे फिर से 1962 की भाषा बोल रहे हैं । उन्होंने लिखा कि कुछ लोग किसानों के बीच लगातार झूठ फैला रहे हैं । किसानों को उनकी बातों में नहीं फंसना चाहिए । पत्र में कृषि कानूनों को लेकर फैलाए गए झूठ पर सफाई भी दी गई है । तोमर ने यह पत्र गृह मंत्री अमित शाह के साथ केंद्रीय मंत्रियों की बैठक के बाद लिखा है ।
