महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संवैधानिक पद पर गौरवशाली 20 वर्ष की यात्रा पर राष्ट्रीय परिचर्चा का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रजनीश कुमार शुक्ल ने की । कुलपति ने इस पुस्तक को भारतीय लोकतंत्र की सफलता की गाथा करार देते हुए कहा कि इसमें सपने देखना,बुनना और उसको साकार कैसे किया जाए इस पुस्तक से हम सीख सकते हैं।
महाराष्ट्र स्थित महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा में आज बुधवार को भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उपर लिखी गई पुस्तक Modi@20 में प्रधानमंत्री के 20 साल के संवैधानिक पद पर गौरवशाली यात्रा ,जिसमें मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री के पद तक के सफर पर राष्ट्रीय परिचर्चा का आयोजन किया गया।इस परिचर्चा के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने अपनी बात रखी ।इस परिचर्चा की शुरुआत विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रोफेसर हनुमान प्रसाद शुक्ल ने तथा प्रो चंद्रकांत रागीट ने परिचर्चा में शामिल अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट देकर किया । इस महत्वपूर्ण परिचर्चा के दौरान विशिष्ट अतिथि हिमाचल प्रदेश के पूर्व कुलपति प्रो चंद अग्निहोत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाज के सबसे अंतिम छोर से उठकर आमलोगों के दुख दर्द को सुख में परिवर्तित किया है ।उनके शासन की भाषा देश की भाषा है । भारत सरकार में पूर्व सचिव एच .के. दाश ने अपने वक्तव्य में कहा कि उनका एक लम्बा समय प्रधानमंत्री के साथ काम में बीता , प्रधानमंत्री ने स्वप्न पंचामृत योजना के जरिए खुली आंखों से देखे गए सपनों को जमीन पर उतारा है।
सपने देखना,बुनना और उसको साकार करना सीखाती है पुस्तक – कुलपति
अध्यक्षीय उद्बोधन में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि यह केवल पुस्तक नहीं बल्कि भारतीय लोकतंत्र की सफलता की गाथा है। सपने देखना, बुनना और अंतत: साकार करने का दर्शन इस पुस्तक में है। मोदी जी के शासन में लोग अनवरत विकास की धारा में जुड़ते जा रहे हैं। वे मानते हैं कि भारत के नए परिवर्तन का आख्यान और अभिव्यक्ति है यह पुस्तक। यही नहीं भारत में राजनीतिक आधार पर मानवकल्याण की दृष्टि और यत्न का महत्वपूर्ण इतिहास भी है यह पुस्तक।
इस पुस्तक पर विधि विभाग के अध्यक्ष प्रो. चतुर्भुजनाथ तिवारी, जनसंचार विभाग के अध्यक्ष कृपाशंकर चौबे, प्रो. शिरीष पाल सिंह, डॉ. सीमा बर्गट, डॉ. गौरी शर्मा, डॉ. के. बालराजु तथा शोधार्थी गौरव चौहान ने पुस्तक मोदी@20, ड्रीम्स मीट डिलिवरी पर अपने गहन विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन व सह-संयोजन दर्शन विभाग के सहायक आचार्य डॉ. सूर्य प्रकाश पाण्डेय तथा धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव कादर नवाज खान ने किया। इस परिचर्चा में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी तथा विद्यार्थियों-शोधार्थियों ने सहभागिता की।